Monday 6 September 2021

Fir aa rahi hai unki Yad

 पिछले कुछ दिनों से 

फिर आ रही है उनकी याद

उसकी याद में दर्द है और 

थोड़ी सी प्यास

भूल तो गए थे हम 

दो-चार लोगों से मिलकर उसे,

पर अब वो लोग ही ना रहे तो 

फिर आ रही है उनकी याद।

जीने के लिए तो बस एक बहाना चाहिए,

होठों पर हंसी हो और आंखों में आस।

जीते जी हम तुम्हें पा लेंगे यह अरमा उठा है दिल में,

क्योंकि ऐ दिल! फिर आ रही है उनकी याद।।

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