मोहम्मद रफी पुण्यतिथि स्पेशल:-
(31 जुलाई 1980)
मोहब्बत को जो गजलों में हमेशा बांध देता था
मुनासिब था नहीं वो दिल को
ऐसा साज देता था
सबकी रूह तक जाती थी
उसकी आवाज़ थी ऐसी
गरीबों के भी घर में उसका
नगमा खूब बजता था।।
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By pragya shukla
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