सौंदर्य एक परम अनुभूति है
हमारे नेत्रों से आत्मसात होकर
अन्तस तक जाता है।
विचारों का सौंदर्य व्यक्तित्व को
आकर्षक बनाता है।
दैहिक सौंदर्य कामी बनाता है।
परंतु हृदय का सौंदर्य जीवन को
बहुमूल्य बनाता है
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