Tuesday 29 June 2021

जीवन और मृत्यु

 मृत्यु है निश्चित तो

डरना कैसा ?

जीवन है एक सत्य तो 

घबराना कैसा ?

सीड़ियों पर बैठी मुश्किल 

देखे रस्ता••

जब हो बाजुओं में बल तो

घबराना कैसा!

करते रह तू प्रयत्न तो

सुलझेगी गुत्थी 

प्रेम से मिलकर रहें तो फिर 

वैमनस्य कैसा!!!


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