Saturday 12 June 2021

बाल श्रम निषेध दिवस कविता

 "बाल श्रम निषेध दिवस"

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नन्हे सुमन हैं इनसे

क्यों करवाते हो मजदूरी 

पढ़ने दो स्कूल में इनको

ना करवाओ अब मजदूरी 

खिलेगे नन्हे पुष्प तो

भारत का नक्शा बदलेगा

इनके आगे बढ़ जाने से 

इनका भविष्य संभलेगा 

ये कोमल टेसू हैं 

मुरझा जायेगे झट से 

फिर कैसे होगे परिपक्व 

सुमन ये हँसते हँसते??

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